आज को अच्छे से जियें: खुश रहने का सबसे बेहतरीन साधन
मित्रों अगर आप मुझसे पूछे की हमारे दुःखो का सबसे बड़ा कारण क्या है ? तो मैं कहुँगा की हमारा यथार्थ में न जी पाना । सच में अगर हम अपने दिन भर के विचारों पर गौर करें तो हम पाएंगे की ज्यादातर हम या तो भूतकाल में जीते हैं या फिर भविष्य काल में जीते हैं । उदाहरण के तौर पर हमारे मस्तिष्क में या तो भविष्य की योजनाओ पर चिंतन चलता रहता है या फिर हम किसी भूतकाल की घटना को लेकर मंथन करते रहते है । और इन दोनों परिस्थितियों में हम आज को जीना भूल जाते हैं जोकि हमारे लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है । क्योंकि अगर हम आज को बेहतरीन अंदाज़ में जीते हैं और आज के अपने सारे उत्तरदायित्वों का सम्पुर्ण निर्वाहन करे तो निश्चित ही हमारा भविष्य उज्जवल होगा और वर्तमान सही होने पर कुछ दिनों के बाद हमारा मस्तिष्क अच्छी यादों से भर जाएगा । परन्तु अगर सभी कर्तव्यों का सही से निर्वाहन करने पर भी हमें सफलता ना मिले तो उस असफलता को वहीं छोड़ दें न कि हमेशा उसी का रोना रोते रहे और अपनी आगे की योजनाओ को और बेहतर करने का प्रयास करे । अब यहाँ पर सवाल ये उठता है कि हम आज या अभी में कैसे जीये ? इस प्रश्न